ढढू उग्रास गांव में सोलर प्लांट पर हुए हमले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। करीब 23 दिन पहले गत 11 नवंबर काे भी इसी प्लांट पर हमला हुअा था। हमलावरों ने कंपनी के अधिकारी व कर्मचारियों के साथ मारपीट कर कई वाहनों में तोड़फोड़ की थी। इस संबंध में कंपनी के जनरल मैनेजर संदीप राय ने 13 जनाें के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था। साथ ही सुरक्षा को लेकर कंपनी ने स्वयं के खर्चे पर 7 दिन पहले पुलिसकर्मी तैनात करवाए थे। कुछ दिन से ठेकेदार महिपाल के साथ ही कंपनी के अधिकारियाें काे हमले की अाशंका थी। मंगलवार रात हमले से महज ढाई घंटे पहले पुलिस को बताया था कि आज रात हमला हो सकता है। लेकिन पुलिस ने अनदेखी की। इसी का नतीजा रहा कि बेखौफ हमलावरों ने प्लांट में तबाही मचा दी। हमले के तरीके को देखते हुए इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि यह हमला पूर्णतया सुनियाेजित था। इधर, ग्रामीण एसपी राहुल बाहरठ ताे हमले के अाशंका की सूचना पुलिस काे मिली या नहीं, इस पर भी संशय जता रहे हैं। उन्हाेंने इस संबंध में जांच करवाने की बात कही है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हमलावर अपने साथ पेट्रोल से सने बोरे लेकर पहुंचे थे। उन्होंने प्लांट में खड़ी हर गाड़ी पर प्लांट से सने बोरे डाले और उन्हें आग के हवाले कर दिया। हमला होते ही वहां मौजूद 12 पुलिसकर्मी, 15 कंपनी के निजी सुरक्षाकर्मी आऔर 20 कर्मचारी जान बचाकर निकल गए। एक सुरक्षाकर्मी अशोक भादू बोलेरो में भागते समय बदमाशों के बीच फंस गया। हमलावरों ने उसकी बोलेरो पर अंधाधुंध फायरिंग की। करीब 150 गोलियां मारी, लेकिन अपनी सूझबूझ से अशोक बचने में कामयाब रहा। उसके हाथ में तलवार से चोट के साथ पैर भी फैक्चर हुआ है।
ये तस्वीरें डराने वाली हैं... और इस सुनियोजित हमले का मकसद भी केवल डराना ही था
हमलावरों ने प्लांट में खड़ी करीब 9 मोटरसाइकिल सहित करीब 18 वाहन जला दिए। साथ ही प्लांट की चारदीवारी तोड़ दी। इससे कंपनी के साथ ही ठेकेदार को करोड़ों का नुकसान होने का अंदेशा है।
सीधी बात
राहुल बाहरठ एसपी (ग्रामीण)
हमले से पहले पुलिस को सूचना दी थी या नहीं इसकी जांच की जा रही है
भास्कर : क्या सोलर प्लांट ने पेड पुलिस को सुरक्षा के लिए रखा था?
एसपी : हां, 7 दिन पहले 12 जवानों को सुरक्षा के लिए लगाया था।
भास्कर : घटना से पहले भी विवाद था, तो पुलिस ने अनदेखी क्यूं की ?
एसपी : हां, 11 नवंबर को भी धमकी का मामला दर्ज हुआ था, उसके बाद मामले पर पूरी नजर रखी। सुरक्षा भी दी गई।
भास्कर : मंगलवार रात हमले से पहले भी पुलिस को सूचित किया था, अतिरिक्त जाब्ता क्यों नहीं पहुंचा?
एसपी : सूचना दी थी, या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।
भास्कर : क्या लोगों ने जब फायरिंग की तो पुलिस मौके से भागी थी?
एसपी : नहीं, ये गलत है, जवानों की ओर से जवाबी 15 राउंड फायर हुआ था।
भास्कर : क्या सोलर प्लांट ने पेड पुलिस को सुरक्षा के लिए रखा था?
एसपी : हां, 7 दिन पहले 12 जवानों को सुरक्षा के लिए लगाया था।
भास्कर : घटना से पहले भी विवाद था, तो पुलिस ने अनदेखी क्यूं की ?
एसपी : हां, 11 नवंबर को भी धमकी का मामला दर्ज हुआ था, उसके बाद मामले पर पूरी नजर रखी। सुरक्षा भी दी गई।
भास्कर : मंगलवार रात हमले से पहले भी पुलिस को सूचित किया था, अतिरिक्त जाब्ता क्यों नहीं पहुंचा?
एसपी : सूचना दी थी, या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।
भास्कर : क्या लोगों ने जब फायरिंग की तो पुलिस मौके से भागी थी?
एसपी : नहीं, ये गलत है, जवानों की ओर से जवाबी 15 राउंड फायर हुआ था।
भास्कर : घटना के 24 घंटे बाद गिरफ्तारी क्यों नहीं कर सकें?
एसपी : दबिशें दी जा रही है, अब तक नामजद 3 को गिरफ्तार किया, शेष भी जल्द होंगे।
पहले से ही थी रंजिश, ठेके के विवाद में और बढ़ गई
1. निर्माण का काम प्रधान के पिता के पास, इसलिए विरोध
फलोदी के प्रधान अंकित भादू के पिता एवं पूर्व सरपंच महिपाल भादू के पास है। जोकि विरोध का कारण बना। भादू परिवार के रिश्तेदार बच्चनाराम भादू व प्रभुराम विश्नोई की पहले से रंजिश थी। जिसको लेकर पहले भी कई बार विरोध व आमना-सामना हो चुका था। मुकदमें भी दर्ज हुए थे।
2. चुनाव में हार-जीत के बाद बढ़ी राजनीति रंजिश
लोकसभा चुनाव 2019 में जीत के बाद फलोदी में एक डीजे प्रकरण हुआ था। जिसमें लोग डीजे के साथ चुनावी जीत का जश्न मनाने सड़कों पर उतरे थे। इस दौरान भी दो पक्ष आपस में भिड़ गए थे। मामला थाने तक जा पहुंचा और मुकदमा भी दर्ज हुआ था।
3. तस्करों पर कार्रवाई भी बनीं रंजिश की वजह
भादू परिवार का रिश्तेदार बच्चनाराम जोकि डोडा पोस्त का कारोबार करता है। कुछ समय से उसकी पुलिस द्वारा कार्रवाई में कई गाड़ियां पकड़ी गई थी। बच्चनाराम को तब से भादू परिवार पर संदेह था कि ये सब उनकी मुखबिरी से ही हुआ है। जोकि भादू परिवार से व्यक्तिगत रंजिश में तब्दील हो गई।
23 दिन पहले प्लांट पर हमले मामला दर्ज, पर सुरक्षा नहीं बढ़ाई, घटना से ढाई घंटे पहले सूचना दी, अब एसपी की खानापूर्ति- ‘सूचना’ की जांच कराएंगे