तेंदुए का पता लगाने के लिए उड़ाया ड्रोन, एक दिन पहले वनरक्षक समेत 5 लोगों को किया था घायल


सलूंबर (उदयपुर). बुधवार को 5 लोगों को घायल करने वाले तेंदुए की लोकेशन का पता करने के लिए वन विभाग ने ड्रोन की मदद ली। हाालांकि, तेंदुए की लोकेशन का पता नहीं चल पाया है। वन विभाग को तेंदुए के पगमार्क मिले हैं, इससे अनुमान है कि तेंदुआ जंगल में चला गया है। गींगला क्षेत्र के खरका नाड़ फला गांव में बुधवार को गेहूं की फसल में दुबके तेंदुए ने पहले किसान और बाद में वनरक्षक सहित 5 लोगों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया था।


क्षेत्रीय वन अधिकारी नरपत सिंह ने बताया कि ड्रोन से एक जगह पर फसल दबी नजर आई। वहां जाकर देखा तो तेंदुए के पहाड़ी की ओर जाते पगमार्क मिले। पहाड़ी के आगे जंगल ही है। अनुमान है कि तेंदुआ जंगल में चला गया है। हालांकि ग्रामीणों को सचेत रहने की हिदायत दी गई है। 


तहसीलदार सहित करीब 12 लोगों को चोटें आईं


इससे पहले बुधवार को तेंदुए के रेस्क्यू के दौरान अफरा-तफरी में सलूंबर तहसीलदार सहित करीब 12 लोगों को चोटें आईं। तेंदुआ तहसीलदार पर भी लपका, लेकिन एक वन रक्षक ने लाठी से उसे पीछे धकेल दिया। इस दौरान भगदड़ में तहसीलदार गिर गए थे। तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा भी लगाया गया, लेकिन देर शाम तक वह खेत में ही दुबका रहा। रात होने पर रेस्क्यू अभियान रोक दिया गया था।


'15 फीट दूर से झपटा और हाथ दबोच लिया' 


तेंदुए के हमले का शिकार हुए किसान केशा मीणा ने बताया, 'सुबह फसल को पानी दे रहा था। करीब 15 फीट दूर गेहूं की फसल में दुबका तेंदुआ बाहर निकला और सीधे मेरा दायां हाथ जबड़े में ले लिया। हाथ छुड़वाने की कोशिश में मैं गिर गया। तेंदुए ने मेरे सिर पर झपट्टा मारा। इसके बाद मेरी आंखों में अंधेरा छा गया।' शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण दौड़ते हुए पहुंचे। ग्रामीणों ने बताया कि फावड़ा, लाठियां लेकर पहुंचे तब तेंदुआ केशा का हाथ जबड़े में लेकर घसीटते हुए ले जा रहा था। परिजनों ने लाठियां भांजी तो तेंदुआ पास के खेत में गेहूं की फसल में कहीं छिप गया।'


इनपुट : बिहारी, विपिन सोलंकी, गमू नाथ